पार्टी ने कुछ समय पहले ही तय कर लिया था कि आगामी गोवा विधानसभा चुनाव 2022 के लिए AAP का मुख्यमंत्री भंडारी समुदाय से होगा. वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की थी कि गोवा के उपमुख्यमंत्री ईसाई समुदाय से होंगे.
गोवा में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री का चेहरा अमित पालेकर एक रैली के दौरान (फाइल फोटो)
‘जीतेगा गोवा जीतेगी विरासत….’ इस नारे के साथ जब अमित पालेकर ने गोवा में एक अवैध बंगले के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू की तब उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि आने वाले समय में वो एक राजनीतिक पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बन जाएंगे. लेकिन समय ने करवट ली और अब वो आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट बना दिए गए हैं. इस बात का ऐलान पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद किया. गोवा में अमित पालेकर का सीएम कैंडिडेट बनाना आम आदमी पार्टी के लिए मास्टरस्ट्रॉक साबित हो सकता है.
दरअसल, पालेकर भंडारी समाज जसे आते हैं जो कि गोवा की राजनीति में हार और जीत के बीच एक बड़ा फैक्टर माना जाता है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह राज्य में इस समाज के लोगों की संख्या है. वर्तमान में गोवा की कुल आबादी में भंडारी समाज की 35 फीसदी की हिस्सेदारी है. ऐसे में आम आदमी पार्टी इस समाज से अपना नेता चुनकर एक बड़ी संख्या वाले समुदाय को साधने की कोशिश की है. हालांकि, ये दांव कितना सफल साबित होगा ये तो आने वाले 10 मार्च को विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Election 2022) के परिणामों की घोषणा के साथ ही पता चल जाएगा.
कौन हैं अमित पालेकर?
अमित पालेकर गोवा के जाने-माने वकील हैं और काफी समय से वहां समाजिक कार्य करते रहे हैं. अमित पालेकर एक वकील से राजनेता बने हैं. पालेकर ने उस समय केजरीवाल समेत सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया, जब वह ‘द सेव ओल्ड गोवा एक्शन कमेटी’ (एसओजीएसी) द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल में शामिल हुए. ये कमेटी पुराने गोवा यूनेस्को हेरिटेज जोन के भीतर बनाए जा रहे एक अवैध बंगले को गिराने की मांग कर रही थी.

गोवा में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री का चेहरा अमित पालेकर
सरकार द्वारा इस पर कार्रवाई करने के बाद पालेकर ने भूख हड़ताल खत्म की. उनके 5 दिवसीय भूख हड़ताल समाप्त करने के बाद केजरीवाल ने जमकर उनकी तारीफ की थी और पार्टी में स्वागत किया था. पालेकर सांताक्रूज निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और केजरीवाल के साथ पड़ोस के सेंट आंद्रे निर्वाचन क्षेत्र में घर-घर प्रचार के दौरान भी नजर आए थे.
क्यों महत्वपूर्ण है गोवा का भंडारी समाज?
गोवा में भंडारी समाज के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है, कुल अबादी में इनकी संख्या करीब 35 फीसद है और अरविंद केजरीवाल इस अबादी को अपने साथ लाना चाह रहे थे. यही कारण है कि उन्होंने अमित पालेकर को सीएम कैंडिडेट बनाया. 14 फरवरी को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए केजरीवाल ने अमित पालेकर को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किया. उन्होंने बुधवार को गोवा में औपचारिक रूप से पार्टी के इस फैसले की घोषणा की.

गोवा में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री का चेहरा अमित पालेकर
केजरीवाल ने कहा, ‘भंडारी समाज गोवा के समुदाय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन वो बहुत आहत है. ये यहां की कुल अबादी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाला समाज है, लेकिन पिछले 60 वर्षों में, केवल एक व्यक्ति इस समुदाय का मुख्यमंत्री बन पाया है. हम इस अन्याय को समाप्त कर रहे हैं.’
पार्टी ने कुछ समय पहले ही तय कर लिया था कि आगामी गोवा विधानसभा चुनाव 2022 के लिए AAP का मुख्यमंत्री भंडारी समुदाय से होगा. वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की थी कि गोवा के उपमुख्यमंत्री ईसाई समुदाय से होंगे.
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