कोविड-19 के व्यवहार ने महामारी की शुरुआत से ही सभी वैज्ञानिकों और रिसर्चर्स को हैरान कर दिया है. इस बीच अब स्वीडन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीन की खोज करने का दावा किया है, जो कोविड संक्रमण की गंभीरता को 20 प्रतिशत तक कम कर देता है.
कोरोना की गंभीरता को 20% तक कम करने वाले जीन की पहचान
पिछले दो साल से कोरोना वायरस (Coronavirus) दुनियाभर के लोगों को टेंशन दे रहा है. साल 2021 के नवंबर महीने में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) की पहचान हुई. इसने भी कोरोना की तरह बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित किया है. इस खतरनाक वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित यूनाइटेड स्टेट्स अमेरिका (USA) और यूनाइटेड किंगडम हुए हैं. कोविड-19 के व्यवहार ने महामारी की शुरुआत से ही सभी वैज्ञानिकों और रिसर्चर्स को हैरान कर दिया है. इस बीच, अब स्वीडन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीन की खोज करने का दावा किया है, जो कोविड संक्रमण की गंभीरता को 20 प्रतिशत तक कम कर देता है.
‘डेली मेल’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि क्यों कोविड-19 कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में अधिक प्रभावित करता है. रिसर्चर्स ने कहा कि उनकी खोज से ऐसे टीके बनाने में मदद मिलेगी जो कोरोना वायरस के खिलाफ बेहद प्रभावी हैं. वैज्ञानिकों का दावा है कि इस खास जीन की उपस्थिति जातीयता के अनुसार बदलती रहती है. स्टडी में कहा गया है कि यूरोपियन लोगों में यह जीन तीन में से एक व्यक्ति में मौजूद होता है, जबकि अफ्रीकी लोगों में यह 10 में से आठ व्यक्तियों में मौजूद है.
वायरस को रोकने के लिए कई देशों ने लगाए भारी प्रतिबंध
हॉन्ग कॉन्ग ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए जिम और रेस्तरां बंद कर दिए हैं. इसके अलावा न्यूजीलैंड ने भी अपने बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है. आपको बता दें कि न्यूजीलैंड में अब तक 93% वयस्क फुल वैक्सीनेट हो चुके हैं. इसके अलावा देश में बूस्टर डोज देने और बच्चों की वैक्सीनेशन प्रक्रिया भी जारी है.
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