Naidunia Chikitsak Samman: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना महामारी में अपनी जान की बाजी लगाकर समाज की सेवा में समर्पित भाव से जुटे रहे चिकित्सकों को नईदुनिया ने शनिवार शाम सिरोल रोड स्थित वुड्स रेसीडेंसी में सम्मानित किया। खुले आसमान के नीचे सजाए गए खूबसूरत मंच पर धरती के भगवान यानी चिकित्सकों को सम्मानित कर नईदुनिया और आमंत्रित अतिथियों ने खुद को गौरवांवित महसूस किया। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हर आमंत्रित की जुबान पर कोरोना के दौरान चिकित्सकों के समर्पण की ही बात थी। सम्मान समारोह में जब चिकित्सकों को सम्मानित करने के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया तो कई भावुक दृश्य भी दिखाई दिए। लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड सहित समारोह में कुल 52 चिकित्सकों को शाल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
एसोसिएट पार्टनर को दिए प्रशस्ति पत्र : नईदुनिया चिकित्सक सम्मान समारोह के एसोसिएट पार्टनर बीआइएमआर, सेंट्रल पार्क ग्वालियर, कल्याण टेस्ट ट्यूब बेबी, रत्न ज्योति ग्रुप आफ हास्पिटल, परिवार हास्पिटल, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, सिम्स हास्पिटल, ग्लोबल स्पेशियलिटी हास्पिटल, रेडियो 95 चस्का, प्रेमी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर, वीणा वादनी, द अकादमी आफ नर्सिंग साइंस एंड हास्पिटल ग्रुप को अतिथियों ने स्मृति चिन्ह प्रदान किए। इनके अलावा डा. एसएस भल्ला, डा. अशोक मिश्रा और बीआइएमआर सचिव गोविंद देवरा को आभार पत्र प्रदान किया गया। इस मौके पर अपर कलेक्टर एचबी शर्मा, एसपी अमित सांघी, जीआर मेडिकल कालेज के डीन डा. समीर गुप्ता, सीएमएचओ डा. मनीष शर्मा, वुड्स रेसीडेंसी के जीएम बृजेश शर्मा और मार्केटिंग हेड साक्षी तिवारी उपस्थित थीं।
नईदुनिया के आयोजन से अभिभूत : अनिल शर्मा
समारोह में वुड्स रेसीडेंसी के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने कहा कि नईदुनिया के इस चिकित्सक सम्मान समारोह से हम अभिभूत हैं। वुड्स रेसीडेंसी का परिसर इस सम्मान समारोह का साक्षी बना, यह अनमोल पल बन चुके हैं। चिकित्सकों के सेवाभाव को सम्मान मिला है, इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है।
कोरोना को घटाने का श्रेय चिकित्सकों को : विवेक शेजवलकर
वशिष्ट अतिथि सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा- आज हम कह रहे हैं कि कोरोना का प्रभाव कम हो गया है तो इसका श्रेय किसी और को नहीं, बल्कि चिकित्सकों को जाता है। नईदुनिया का आरंभ इंदौर से हुआ। मेरा इंदौर के निकट से गहरा नाता रहा है, कभी-कभी इंदौर जाने का मौका मिलता था। नईदुनिया के प्रति लोगों का विश्वास और अपनत्व का भाव उन्होंने खुद महसूस किया है। आज नईदुनिया तेजी से आगे बढ़ रहा है, इसके लिए बधाई। जनता की खबर लेने और उसके बाद समाज में जागृति लाने का काम समाचार पत्र बखूबी कर रहा है।
चिकित्सकों के सम्मान पर हमें गर्व : सद्गुरु शरण अवस्थी
नईदुनिया के संपादक सद्गुरु शरण अवस्थी ने कहा कि इस महामारी से पूरी दुनिया में जिस तरह प्रलय मची, जानें गईं, उसके मुकाबले हमारे देश की व्यापकता और जनसंख्या के अनुपात में मौतों की दर कम ही रही। इसका श्रेय किसी और को नहीं, सिर्फ हमारे चिकित्सकों को जाता है। इन्होंने पूरे कोरोनाकाल में अपना जीवन, अपना परिवार खतरे में डालकर मानवता की सेवा की। हमें बहुत संतोष है और गर्व भी है कि हम चिकित्सकों की तपस्या, उनकी सेवा के प्रति कृतज्ञता दर्शाने उन्हें सम्मानित कर पा रहे हैं।
गणेश वंदना से शुभारंभ, कथक ने मोहा मन
समारोह का शुभारंभ उपज अकादमी आफ परफार्मिंग आर्ट्स के कलाकारों ने कथक गुरु डा. अंजना झा के निर्देशन में प्रस्तुति देकर किया। प्रस्तुति के बोल स्व. पंडित जसराज द्वारा रचित थे, जिसके बोल थे-विघ्नेशम नरवेशम दु:ख हरणमं संताप…। इसके बाद कलाकारों ने नवरात्र महोत्सव को ध्यान में रखकर एक और प्रस्तुति दी। इसमें उन्होंने महिषासुर मर्दिनी प्रसंग का वर्णन किया। प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में पूजा मांडिल, चंचल कुमारी, पूजा कुशवाह, संदीप तिवारी, विनीता कुशवाह, श्रद्धा रावत, दामिनी सालवी, कामना सिकरवार और मोहिनी चौरसिया शामिल थीं।
सपरिवार पहुंचे डाक्टर, बच्चों की मस्ती भरी शाम
चिकित्सक सम्मान समारोह में सम्मानित हुए चिकित्सक अपने परिवार के साथ पहुंचे। सम्मान मिलने के बाद परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था। कहीं बच्चे कह रहे थे कि मम्मी-पापा यू आर ग्रेट, तो कहीं अपने बेटे को सम्मानित होते देख वृद्ध मां की आंखों से आंसू छलक उठे। डा. केएल शर्मा अपनी वृद्ध मां के साथ समारोह में पहुंचे थे। जब उन्हें मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया तो उनकी मां की आखें नम हो गईं। जीआर मेडिकल कालेज के एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डा. दिलीप कोठारी ने नई दुनिया सम्मान को अपनी दिवंगत मां के श्रीचरणों में समर्पित करना बताया। चिकित्सक पिता या मां को सम्मानित होते देख बच्चों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।
लोह तरंग वाद्य यंत्र ने घोली कानों में मिठास
समारोह के विधिवत शुभारंभ से पूर्व खरगोन से आए रामगोपाल जाघाम ने लोह तरंग वाद्य यंत्र पर प्रस्तुति दी। इसे सुनकर परिसर में बैठे चिकित्सक व अन्य सदस्य मुग्ध हो गए। रामगोपाल ने ढोलक पर संगत दे रहे विवेक के साथ फिल्मी गीतों की धुनें पेश कीं, जिन्हें सुनकर ऐसा लगा मानो जल से तरंगें उठ रही हैं और वे हमें सुकून भरी दुनिया की तरफ रुख करने के लिए मजबूर कर रहीं हैं। अपने पूर्वजों की परंपरा को आगे बढ़ा रहे रामगोपाल ने सर्वप्रथम पंख होते तो उड़ आती… गीत की धुन सुनाई। फिर सुहाना सफर और ये मौसम हंसी…. और मेरा जूता है जापानी आदि गीतों की धुनों को पेश किया।
झलकियां
– कार्यक्रम स्थल पर मोबाइल पर बात करने के बाद मंत्री विश्वास सारंग ने गुलाब जामुन से मुंह भी मीठा किया।
– समारोह में शामिल होने वाले अतिथि, चिकित्सक और अन्य सदस्यों का स्वागत पुष्पवर्षा कर किया गया।
– राउंड टेबल पर बैठे सदस्यों तक लजीज व्यंजन पहुंचाए गए।
– समारोह को यादगार बनाने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रखी गईं।
– सम्मानित होने वाले चिकित्सकों के साथ स्वजन भी मौजूद थे।
– सम्मान के दौरान सम्मानित होने वाले चिकित्सक के जीवन का सफर और पूरी प्रोफाइल स्क्रीन से दिखाई गई।
Posted By: Prashant Pandey
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