Gwalior Food Poisoning News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ग्वालियर जिले के हस्तिनापुर इलाके में भंडारा खाने के बाद करीब साठ लाेगाें की हालत बिगड़ गई है। इसमें बुजुर्ग, महिलाएं एवं बच्चे शामिल हैं। एक के बाद एक जब हस्तिनापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जब 44 लाेग भर्ती हुए ताे मामला गड़बड़ दिखाई दिया। जब अस्पताल के स्टाफ ने पूछताछ की ताे मालूम चला कि फूड पायजनिंग कारण हाे सकता है। इसके बाद गंभीर मरीजाें काे तत्काल जिला अस्पताल मुरार रेफर कर दिया गया। राेगियाें की संख्या लगातार बढ़ने से जिला अस्पताल मुरार में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। यहां पर गैलरी में मरीजाें पर जमीन पर भर्ती करके इलाज देना पड़ रहा है। पूरी गैलरी में ड्रिप स्टैंड लगा दिए गए हैं, क्याेंकि मरीजाें का आना लगातार जारी है। वहीं गांव में फूड पायजनिंग की जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डा मनीष शर्मा, एसडीएम एसडीएम एचबी शर्मा टीम के साथ हस्तिनापुर पहुंच गए हैं।
दरअसल हस्तिनापुर के डामाेरा इलाके में बलवंत गुर्जर के घर पर बीते राेज भंडारा था। माता के भंडारे की प्रसादी पाने के लिए गांव के अधिकांश लाेग पहुंचे थे। इसमें बड़ी संख्या में बुजुर्ग, बच्चे एवं महिलाएं शामिल थीं। भंडारे की प्रसादी में पूड़ी, सब्जी, नमकीन के साथ ही रायता भी पराेसा गया था। भंडारे के कुछ घंटे बाद ही लाेगाें की तबियत बिगड़ना शुरू हाे गई। बच्चाें के बाद जब बुजुर्गाें काे भी उल्टी शुरू हाे गई ताे गांव वाले खासे घबरा गए। आज सुबह ऐसे करीब 44 मरीजाें काे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हस्तिनापुर में भर्ती कराया गया है। मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मामले की जानकारी लगते ही सीएमएचओ डा मनीष शर्मा एवं एसडीएम भी हस्तिनापुर गांव पहुंच गए हैं। यहां पर मरीजाें की जांच की जा रही है, साथ ही गंभीर स्थिति हाेने पर जिला अस्पताल मुरार भेजा जा रहा है। खासताैर पर भंडारे में शामिल हुए सभी लाेगाें का चेकअप किया जा रहा है। जिससे पता चल सके कि फूड पायजनिंग का शिकार कितने लाेग हुए हैं।
जिला अस्पताल से किया जेएएच रेफरः हस्तिनापुर से रेफर किए गए कुछ लाेगाें की हालत अधिक खराब है, ऐसे में प्राथमिक जांच के बाद मुरार जिला अस्पताल से मरीजाें काे जेएएच रेफर कर दिया गया है। इनमें गीता रानी पत्नी महेंद्र, ज्याेति पत्नी लक्ष्मण सिंह, मुनेश शामिल हैं।
इनकी बिगड़ी तबियतः
जेएएच में भर्ती मुन्नेेश, रानी, कृष्णा, ज्योति, गीता बाई का इलाज चल रहा है। जबकि बच्चों में नंदनी 10 साल, सौरव 16 साल, रोशनी 16 साल, लक्ष्मण सिंह 65 साल, शीला बाई 65 साल, योगेंन्द्र 14 साल,शालू 8 साल, कन्हा 5 साल, राजेन्द्र 23 साल, प्रीति 20 साल, बलवंत 50 साल, केदार 55 साल, देवकी बाई 48 साल,किरन 48 साल, दुर्गेश 7 साल, बिपाशा 14 साल, अंकिता 10 साल, रितु 14 साल, रामवरण 63 साल, लवकुश 8 साल, छोटू 25 साल,कैलाशी 48 साल, जामवती 44 साल, मधु 35 साल,पूरन 30 साल, बेटू 8 साल, राजा 50 साल, विवेश16 साल, ममता 30 साल,ज्योति रामअख्तियार 10 साल, कुंती 60 साल, तान्या 5 साल, कैलाशी 65 साल,रश्मि 15 साल और शिवम 8 साल शामिल हैं। इसके अलावा अन्य कुछ लाेगाें का भी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
Posted By: vikash.pandey
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