नई दिल्ली। प्रचंड गर्मी से जूझ रहे उत्तर व पश्चिम भारत में सोमवार को राहत की बारिश हुई। सुबह से ही तेज आंधी और बारिश से राजधानी दिल्ली में भी बड़ी राहत मिली। लेकिन कई इलाकों में यह बारिश आफत का कारण भी बनी। सोमवार सुबह से हो रही लगातार बारिश और तेज बारिश की चेतावनी के चलते केदारनाथ यात्रा को अस्थायी तौर पर रोकना पड़ा। उधर मध्य प्रदेश में भारी बारिश और आंधी के चलते मैहर में शारदा मंदिर का रोपवे बीच में खराब हो गया और 80 लोग उसमें फंस गए, जिन्हें बाद में निकाला गया।
उत्तराखंड में बारिश और आंधी के चलते श्रद्धालुओं को मंदिर नहीं जाने और अपने होटल लौटने की सलाह दी गई। रुद्रप्रयाग के सर्किल ऑफिसर प्रमोद कुमार ने बताया- ऑरेंज अलर्ट और सोमवार सुबह से हो रही बारिश के बाद हमने पैदल यात्रियों को रोक दिया है और उनसे होटल वापस लौने का आग्रह किया है। श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे फिलहाल मंदिर न जाएं और सुरक्षित रहें।
मॉनसून से पहले होने वाली बारिश का असर मध्य प्रदेश में भी दिखा। सोमवार को मैहर में माता शारदा के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की जान आफत में पड़ गई। शारदा मंदिर का रोपवे बीच रास्ते में ही रुक गया और उसमें सवार श्रद्धालु हवा में झूलने लगे। मौसम बिगड़ते ही बिजली जाने से रोपवे की ट्रॉलियां बीच रास्ते में अटक गईं। 28 ट्रॉलियों में करीब 80 श्रद्धालुओं के फंसे थे। घटना दोपहर करीब तीन बजे की है।
अब तक दक्षिण और पूर्वी भारत में हो रही प्री मॉनसून बारिश देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में भी पहुंची, जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली। भारत मौसम विभाग, आईएमडी के मुताबिक अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिमी राजस्थान को छोड़ कर देश में कहीं और लू के हालात बनने का अनुमान नहीं है। बताया गया है कि उत्तरी पाकिस्तान से आने वाली एक अतिरिक्त ऊष्णकटिबंधीय मौसम प्रणाली ने बारिश वाले बादलों का निर्माण किया, जिससे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार को सुबह बारिश हुई।
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