Bharat Darshan Team की ओर से पूज्य श्री Devkinandan Thakur Ji महाराज के सानिध्य में 03 से 09 जून तक ब्रज दर्शन यात्रा – 2022 एवं श्रीमद भागवत कथा का आयोजन ठा. श्री प्रियाकांत जू मंदिर, शांति सेवा धाम, वृंदावन में किया जा रहा है।
श्रीमद भागवत कथा के द्वितीय दिवस की शुरुआत आरती और विश्व शांति के लिए Pray के साथ की गई।
पूज्य महाराज श्री ने श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस की शुरुआत में सभी भक्त जनों को- “श्रवण अधरम मधुरम वदनम मधुरम” भजन श्रवण कराया।
पूज्य महाराज श्री ने भक्तजनों के संग कलयुग को लेकर विशेष चर्चा करते हुए बताया कि भागवत में वर्णन के अनुसार कलयुग के प्राणी की आयु कम है। उनका भाग्य भी मंद है। महाराज जी ने सभी भक्जनों को कलयुग का प्रभाव भी बताया और कहा कि कलयुग का प्रभाव से मनुष्य के घर में बहुत कलेश हैं। कलयुग में मनुष्य कलेशों से घिरा हुआ है क्योंकि कुछ लोगों के घरों में कलयुग हावी है। जिनके घर में कलयुग हावी है उनके घर में कलेश अधिक रहता है। इसलिए हम सभी को हमारे श्री कृष्ण में अटूट निष्ठा रखनी चाहिए क्युंकि हर बाधा को मिटाने की शक्ति श्री कृष्ण में हैं।
पूज्य महाराज श्री ने आगे उन लोगों के लिए खास बातें कहीं जो लोग अपने जीवन में तरक्की करने की इच्छा रखते हैं। महाराज ने कहा कि कलयुग के जीव का सबसे बड़ा अपराध उसका आलस है। महाराज जी ने श्रीमद् भागवत कथा सुनने आए छोटे बच्चों को भी विशेष तौर पर बताया कि उनका और उनके भविष्य का सबसे बड़ा शत्रु आलस्य है। इसलिए सभी भक्तजनों से पूज्य महाराज श्री ने आग्रह किया कि वो आज ही अपने आलस्य को त्याग दें।
जो लोग अपने जीवन में सफल होने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कुछ कारणों से जब से सफलता प्राप्त नहीं कर पाते और खुद से एवं खुद के फैसलों से परेशान होने लगते हैं तो उन लोगों को पूज्य महाराज श्री ने बताया कि जब आपके जीवन में अंधकार हो तो अपने गुरु की शरण में जाओ, संत की शरण में जाओ.
पूज्य महाराज श्री ने आगे कहा कि भगवान ने मां-बाप क्यों बनाए, ताकि मां अपनी ममता से बच्चों को पाले और पिता अपनी हिम्म्त से उनको संभाले।
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