कानपुर से लखनऊ की यात्रा अब आसान होने वाली है क्योंकि बस 2 साल बाद कानपुर लखनऊ एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। आपको बता दें कि कानपुर लखनऊ एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोगों का यात्रा काफी आसान हो जाएगा और सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी।
वाहन से फर्राटा भरते हुए महज 50 मिनट में कानपुर से लखनऊ पहुंच जाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने कार्यदायी संस्था से अनुबंध कर लिया है। आपको बता दें कि सितंबर से कार्य शुरू करने की तैयारी कार्यदाई संस्था ने तय किया है और उसके बाद बिना किसी रूकावट जल्दी से कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
कानपुर-लखनऊ के बीच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की घोषणा केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने की थी। 63 किमी के लंबे एक्सप्रेस-वे के 4100 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का शिलान्यास लखनऊ आकर नितिन गडकरी कर गए थे।
आपको बता दें कि चुनाव और साथ ही साथ कोरोनावायरस के प्रभाव के कारण इसके निर्माण कार्य में काफी देरी हुई। इस निर्माण कार्य में देरी होने से कार्य प्रभावित हुआ,नहीं तो अभी तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो गया होता।
इसके लिए किसानों से जमीनों का अधिग्रहण का कार्य पूरा हो गया है। किसानों को मुआवजा भी दिया जा चुका है। टेंडर आदि की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।
18 किमी एलिवेटेड होगा एक्सप्रेस-वे : एक्सप्रेस-वे का 63 किमी का रूट छह लेन का होगा। इस रूट में 18 किमी एलिवेटेड होगा, जबकि 45 किमी का हिस्सा ग्रीनफील्ड होगा। यह एक्सप्रेस-वे शहीद पथ के निकट एनएच-27 के जंक्शन से शुरू होकर बनी, कांथा और अमरसास को जोड़ने वाले रूट से कनेक्ट होगा। शहीद पथ से कानपुर जाने वाले यात्री एलिवेटेड रूट पर चढ़ जाएंगे और फिर 18 किमी एलिवेटेड रूट पर सफर करते हुए ग्रीन फील्ड पर उतरेंगे।
-नया कानपुर-लखनऊ एक्सप्रसे-वे ट्रांस गंगा तक बनाया जा रहा है। छह लेन के इस एक्सप्रेस-वे का कार्य कानपुर और लखनऊ दोनों छोर से एक साथ शुरू होगा। कार्यदायी संस्था सितंबर तक सभी औपचारिकताएं पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कर देगी। ।
एक नजर
4100 करोड़ रुपये का है प्रोजेक्ट।
63 किलोमीटर होगा लंबा।
18 किलोमीटर होगा एलिवेटेड।
45 किलोमीटर होगा ग्रीनफिल्ड।
2 वर्ष छह माह में पूरा होगा प्रोजेक्ट।
मार्च 2025 में पूरा होगा कार्य
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