दिल्ली मेरठ रैपिड रेल देश का पहला रैपिड ट्रांसिट सिस्टम है। आपको बता दें कि इसको चलाने के लिए जोरों शोरों से तैयारियां चल रही है और दुहाई डिब्बों में 1 किलोमीटर लंबे ट्रायल ट्रैक और 12 रनिंग ट्रैक बिछाने का काम लगभग 90% तक पूरा कर लिया गया है। इस ट्रेन के लिए कोचों का निर्माण गुजरात में किया जा रहा है।
82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद मेरठ कॉरिडोर के लिए प्लांट से (एनसीआरटीसी) को मिलने वाले कुल 40 रेल सेट यानी कुल 210 कोच में से पहले का निर्माण पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि ट्रैक का काम अप्रैल तक पूरा कर लिया जाए।
आपको बता दें कि देश के पहले रीजनल रेल का पहला कोच गाजियाबाद में आज पहुंच गया है। इस कोच के लिए जल्द ही ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा।
नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) द्वारा निर्धारित समय पर ट्रेन चलाने की पूरी तैयारी है।
आपको बता दें कि अगले साल तक साहिबाबाद से दुहाई तक रेपिड ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार प्रचंड बहुमत से जीत गई है और अब उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट में किसी भी तरह की बाधा नहीं आएगी। दिल्ली से मेरठ तक चलने वाली देश की पहली रेल होगी।
एनसीआरटीसी के सीपीआरओ पुनीत वत्स के अनुसार, कम रखरखाव खर्च और उच्च स्तरीय क्षमता वाले प्री-कास्ट ट्रैक स्लैब (सीमेंट के बड़े ब्लॉक) को बिछाया जा रहा है. रैपिड रेल की अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रतिघंटा होगी।ट्रैक पर 880 ग्रेड की उच्च क्षमता की ट्रैक को बिछाया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मोबाइल लैपटॉप चार्ज करने की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके साथ ही साथ में कई तरह के आधुनिक व्यवस्था की जाएगी जिससे यात्रियों को यात्रा करने में किसी भी तरह की परेशानी ना हो। इन ट्रेनों में प्रीमियम क्लास का कोच होगा।
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