बिजली में फाल्ट आने से अब ट्रेनों का संचालन बाधित नहीं होगा और ना ही ट्रेन अब लेट होंगे क्योंकि रेलवे ने एक खास उपकरण बनाया है। इसके लिए मुरादाबाद रेल मंडल के इंजीनियर ने मेक इन इंडिया से प्रेरित होकर एंंटी सप्लाइ टेस्ट चेकिंग डिवाइस बनाई है।
सिग्नल आदि में फाल्ट होते तकनीकी कर्मचारियों और अधिकारियों तक तुरंत सूचना पहुंच जाएगी।जिससे तत्काल खराबी को ठीक कर ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा।
ट्रेनों के संचालन में सिग्नल, बिजली, रेल फाटक भी अहम स्थान रखते है। कई बार कहीं खराबी आने से या फिर रुकावट आने से ट्रेनों का संचालन बाधित होता है।
इसके कारण ट्रेन निर्धारित समय से नहीं चल पाती और यात्रियों को परेशानी होने लगती है। रेलवे बाधित बिजली की आपूर्ति के लिए ट्रेन संचालन के लिए रेल लाइन के ऊपर लगाए गए तार (ओएचइ) पर छोटे ट्रांसफामर लगाकर सिग्नल, रेल, फाटक व छोटे स्टेशनों को बिजली की आपूर्ति करता है।
जिसके द्वारा स्टेशन से ट्रेनों के संचालन के लिए लगाए गए उपकरण को संचालित किया जाता है। फाल्ट आते ही ट्रेनों का संचालन बाधित हो जाता है। कई बार तो ऐसा होता है कि ट्रेनों का सिग्नल का फाल्ट आ जाता है और जब ट्रेन रुक जाती है तब कर्मचारी और अधिकारियों को पता लगता है। ऐसी समस्या जब आती है तब लोगों को परेशानी होने लगती है। इस समस्या को खत्म करने के लिए अब एक मेक इन इंडिया डिवाइस बना ली गई है।
प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के तहत रेलवे के इंजीनियर नये नये उपकरण तैयार कर रहे हैं, अमन डंग ने भी इसी से प्रेरणा ली और वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमित लेकर यह डिवाइस तैयार किया है। बता दें कि इस डिवाइस को तैयार करने में कोई अधिक खर्चा नहीं है बल्कि सिर्फ ₹8000 ही खर्च आया है।
इस उपकरण को रोजा-शाहजहांपुर के बीच रेलवे सिग्नल पर लगाकर ट्रायल किया जा रहा है। डिवाइस को अंतिम परीक्षण के लिए रिसर्च डिजाइन एंड स्टेंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) भेजा जाएगा। आपको बता दें कि इस डिवाइस के अंतर्गत जैसे फॉल्ट आएगा तुरंत पता लग जाएगा और उसे ठीक कर लिया जाएगा।
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