फिल्म समीक्षा: मनोरंजन और डर की लाजवाब जुगलबंदी देखने मिली ‘भूलभुलैया 2’ में… (Movie Review- Bhoolbhulaiyaa 2)
भूत-प्रेतों वाली फिल्म हमेशा से ही दर्शकों को पसंद आती रही है, यह और बात है कि फिल्म का ट्रीटमेंट किस तरह से है. कार्तिक आर्यन, तब्बू, कियारा आडवाणी, राजपाल यादव, संजय मिश्रा स्टारर ‘भूलभुलैया 2’ के साथ भी ऐसे ही कुछ है. फिल्म में मनोरंजन के सब मसाले मौजूद हैं. फिर चाहे वह कॉमेडी हो, डर-इमोशंस, लव हो, सब का तड़का फिल्म में दिया गया है.
कार्तिक आर्यन वाक़ई में फिल्म के ख़ास हीरो लगे हैं. उन्होंने अक्षय कुमार की 2007 में रिलीज़ हुई ‘भूलभुलैया’ फिल्म को ख़ुद पर और फिल्म पर हावी नहीं होने दिया. लेकिन कहीं वे अक्षय की तरह दिखे, तो कहीं उन्होंने अपना अलग अंदाज़ भी बरक़रार रखा. लोगों ने उनके इस कॉमेडी के पंच और अभिनय की जादूगरी को पसंद भी किया.

फिल्म की कहानी राजस्थान के भवानीगढ़ की हवेली में मंजुलिका की आत्मा को एक कमरे में बंद करने से शुरू होती है, जिसने हवेली की बहू तब्बू को परेशान कर रखा था. तब्बू की बात करें, तो वे हमेशा की तरह ही लाजवाब लगी हैं. वह अपने हर क़िरदार के साथ रच-बस जाती हैं और उसे जानदार बना देती हैं. इसमें भी तब्बू ने भले ही फिल्म में काफ़ी बाद में आती हैं, मगर अपने प्रभावशाली अभिनय से न केवल दर्शकों को बांधे रखती हैं, बल्कि प्रभावित भी करती हैं.
कियारा आडवाणी रीत की भूमिका में है. जब उन्हें पता चलता है कि उनकी बहन और मंगेतर एक-दूसरे को पसंद करते हैं, तो उनको मिलवाने के लिए वे अपने मरने की झूठी कहानी गढ़ती हैं, जिसमें उनका साथ रुहान रंधवा देते हैं. इसकी भूमिका में कार्तिक आर्यन हैं. रुहान एक बड़े बिज़नेसमैन के बेटे हैं, जो ज़िंदगी को ज़िंदादिली से जीने में विश्वास करते हैं और दुनिया शभर में घूमते-फिरते रहते हैं. ऐसे में अचानक उनकी मुलाक़ात रीत से होती है और वे उनकी तरफ़ आकर्षित होते हैं, तब रीत की ख़ातिर भवानीगढ़ में रुह बाबा के तौर पर एंट्री मारते हैं. वे लोगों को बताते हैं कि वे आत्मा और भूतों से बात कर सकते हैं और वे आत्माओं को भगाने का काम भी करते हैं मतलब अपने तांत्रिक होने की अफ़वाह फैला देते हैं. फिर कहानी में कई दिलचस्प मोड़ आते हैं और ख़ूब धमाचौकड़ी होती है मनोरंजन के साथ डर की.

राजपाल यादव ‘भूलभुलैया’ फिल्म में अपने ज़बरदस्त अभिनय और कॉमेडी से सबको खूब हंसा चुके हैं और वही काम ‘भूलभुलैया 2’ में भी करते नज़र आते हैं. उनकी पंडित की भूमिका लोगों को ख़ूब पसंद आ रही है. यही हाल संजय मिश्रा का भी है. उनकी कॉमेडी और पंच लाइन तो वैसे भी हमेशा ही लाजवाब रहती है और यहां भी उनकी यह अदाकारी देखने मिलती हैं. बाल कलाकार सिद्धांत भी अपने सहज अभिनय से प्रभावित करते हैं.
कार्तिक आर्यन का रुह बाबा के रूप में गेटअप उनके फैंस को काफ़ी पसंद आ रहा है. उन्होंने अपने बेमिसाल अभिनय से कॉमेडी और हॉरर में बैलेंस भी बनाए रखा और दर्शकों को भी लुभाए रखा. कियारा आडवाणी जब भी स्क्रीन पर आती हैं, एक सुकून-सा दे जाती हैं. उनके ड्रेसेस भी एक अलग ट्रेंड सेट करते हैं.
निर्देशक अनीस बज़्मी मज़ेदार तरीक़े से भूत-प्रेत और हंसी को आपस में जोड़ते हुए कहानी को आगे बढ़ाते लोगों की दिलचस्पी भी बनी रहे, इसमें कामयाब रहें.
प्रीतम और तनिष्क बागची का संगीत बढ़िया है, ख़ासकर हरे राम हरे राम… मेरे ढोलना… अच्छे लगते हैं. फिल्म की सिनेमौटोग्राफी कमाल की है और मनु आनंद की मेहनत दिखती है, यही इसका ख़ास आकर्षण भी है. फरहाद सामजी का स्क्रीनप्ले तथा आकाश के संवाद बेहह हंसाते हैं. कह सकते हैं कि कॉमेडी के पंच अच्छे बन पड़े हैं. अमिताभ भट्टाचार्य के गीत कुछ सोचने को मजबूर करते हैं, पर ठीक है. भूषण कुमार और अमित द्वारा निर्मित ‘भूलभुलैया 2’ दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करती है और इसे सिनेमाघर में देखना घाटे का सौदा नहीं.

फिल्म- भूलभुलैया 2
कलाकार- कार्तिक आर्यन, कियारा आडवाणी, तब्बू, राजपाल यादव, संजय मिश्रा, अमर उपाध्याय, मिलिंद गुणाजी, सिद्धांत, राजेश शर्मा
निर्देशक- अनीस बज़्मी
रेटिंग- 3 ***
Photo Courtesy: Instagram
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