ग्रेटर नोएडा – रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने बेचने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है रेलवे के फर्जी ई-टिकट सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभिन्न उपयोगकर्ता आईडी बनाकर देश भर में. छह महीने में आरोपी ने करीब 80 लाख रुपये के नकली टिकट बेचे। यह खुलासा आरोपी के बैंक खाते के लेनदेन से हुआ है। आरोपियों के कब्जे से 17 आईडी, 40 फर्जी ई-टिकट और तीन हजार रुपये बरामद किए गए हैं। हाल ही में आरपीएफ ने दादरी में साइबर कैफे संचालक समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया था, लेकिन सॉफ्टवेयर तैयार कर कई लोगों को अलग-अलग यूजर आईडी बनाने वाला मास्टरमाइंड फरार था।

80 लाख रुपए रेलवे के फर्जी ई-टिकट
राकेश ने सॉफ्टवेयर तैयार कर रेलवे के फर्जी ई-टिकट बनाने का धंधा शुरू किया था और कई लोगों को जोड़कर मोटी कमाई कर रहा था। इन सभी को फर्जी ई-टिकट बनाने के आरोप में आरोपियों ने अलग-अलग यूजर आईडी दी थी। आरोपी ने छह महीने में कई यूजर आईडी से 80 लाख के ई-टिकट बेचे हैं। आरोपी के बैंक खाते में पैसे पहुंचते थे। राकेश को सूरजपुर में स्थित लखनावली इलाके से आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरपीएफ को फर्जी ई-टिकट का कारोबार करने वाले अन्य लोगों की तलाश है।
GIPHY App Key not set. Please check settings