गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक बनने वाले एक्सप्रेस वे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.मेसर्स एलएन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्टस प्राइवेट लिमिटेड भोपाल ने डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर लिया है। आपको बता दें कि जल्दी से एनएचएआई को सौंप दिया जाएगा.
इसको देखते हुए जनपद में भूमि अधिग्रहण के लिए सक्षम प्राधिकारी नियुक्त किए जाने की तैयारी है। आपको बता दें कि इसके लिए एनएचएआई गोरखपुर की परियोजना निदेशक
सीएम द्विवेदी की तरफ से जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है।
देवरिया में 21 से 25 गांवों से होकर गुजरेगी एक्सप्रेस वे-
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे की टोटल प्रस्तावित लंबाई करीब 519 किलोमीटर है, जिसमें 84 किलोमीटर हिस्सा यूपी यानी गोरखपुर, देवरिया व कुशीनगर जनपद में पड़ेगा।
चार लेन वाले इस एक्सप्रेस-वे की शुरुआत गोरखपुर में प्रस्तावित रिंग रोड के कनेक्टिंग प्वाइंट जगदीशपुर से होगी। जो सदर तहसील के 21 से 25 गांवों से होकर कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील के गांवों से होकर बिहार के गोपालगंज जनपद में प्रवेश करेगी। देवरिया में करीब 150 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण किए जाने की तैयारी है। एक्सप्रेस-वे का पूरा हिस्सा ग्रीनफील्ड होगा। इसका निर्माण आबादी वाले क्षेत्रों से हटकर किया जाना प्रस्तावित है।
यह गोपालगंज जनपद में प्रवेश कर सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया व किशनगंज होते हुए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जाएगा। आपको बता दें कि आने वाले 5 सालों में उत्तर प्रदेश को उपासना एक्सप्रेस वे की सौगात मिलने वाली है. इन सभी एक्सप्रेस वे के बन जाने से यात्रा सुगम हो जाएगी. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का भी निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू होने वाला है.
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