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खाने के लिए दो वक्त की रोटी के लिए भी तरसता परिवार,बेटी ने पुलिस अफसर बनकर बढ़ाया परिवार का मान


भारत में कई ऐसे लोग होते हैं जिनका सपना अफसर बनने का होता है लेकिन वह मिल नहीं पाते हैं क्योंकि वह एक टाइम के बाद कोशिश करना छोड़ देते हैं। लेकिन कई ऐसे लोग होते हैं जो गरीबी में भी अपने सपने को पीछे नहीं छोड़ते और लगातार कोशिश करते हुए अपने सपने को पूरा कर दिखाते हैं।

भारत में कई ऐसे बच्चे होते हैं जो अफसर बनने का सपना देखते हैं, हर साल भारत के कई शहरों में कोचिंग में बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ते हैं। लेकिन इन सभी बच्चों में वही अपना सपना पूरा कर पाते हैं जो सकारात्मक दिशा में कोशिश करते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।

आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने वाले हैं जिसने कड़ी मुश्किलों का सामना करते हुए भी अपने सपनों को पीछे नहीं छोड़ा और लगातार कोशिश करते हुए अफसर बन गए। इसके पास खाने के लिए दो वक्त की रोटी भी नहीं थी लेकिन मजबूरी है इसका रास्ता नहीं रोक पाई।

आज हम आपको बताने वाले हैं Tejal Aaher की कहानी जिसके घर में चूल्हा जलने के लिए भी पैसे नहीं थे। तेजल के घर में मुश्किल से खाना भी बन पाता था क्योंकि वह लोग बहुत गरीब थे। तेजल ने महाराष्ट्र सरकार की तरफ से आयोजित की जाने वाली परीक्षा को आसानी से पास कर दिखाया।

कोचिंग तक के नहीं थे पैसे-

तेजल ने बताया कि वह नासिक से इस परीक्षा की तैयारी की और उनके पास कोचिंग ज्वाइन करने के लिए पैसे नहीं थे। उन्होंने इस परीक्षा के लिए कोचिंग ज्वाइन नहीं की बल्कि खुद से परीक्षा के लिए तैयारियां करने लगी। कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने इस परीक्षा को पास कर दिखाया।

मां का सपना हो गया साकार-

तेजल के पिता ने बताया कि बचपन से उनकी मां चाहटी थे कि उनकी बेटी एक पुलिस अफसर बने और वह अपने मां के सपने को पूरा करने के लिए रात दिन मेहनत करने लगी। तेजल ने यह परीक्षा पास कर दिखाया जिसके बाद उनकी मां की आंख में आंसू आ गए।

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Written by Jyoti Mishra

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