ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत कार्रवाई करने के लिए उप-समिति ने दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार के मद्देनजर एक समीक्षा बैठक की।
दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को 304 था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक के अगले कुछ दिनों में ‘गंभीर’ श्रेणी में फिसलने की संभावना नहीं है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने एक आदेश में कहा कि अनुकूल मौसम परिस्थितियों के बीच दिल्ली में वायु प्रदूषण सुधरने और आने वाले दिनों में ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है।
जीआरएपी उप-समिति ने तदनुसार तत्काल प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी के तीसरे चरण को रद्द करने का फैसला किया।
सीएक्यूएम ने यह भी कहा कि निर्माण और विध्वंस परियोजना स्थलों और औद्योगिक इकाइयों को, जिन्हें उल्लंघन या गैर-अनुपालन के कारण बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं, वे किसी भी परिस्थिति में अपना परिचालन फिर से शुरू नहीं करेंगे।
दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ स्तर (एक्यूआई 407) तक पहुंच जाने के बाद जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.
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