व्यापार शो खरीदारों, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं के साथ व्यवसायों को जोड़ते हुए देश की जीवंत सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने का प्रयास करता है, और हस्तशिल्प निर्यात और घरेलू व्यापार को बढ़ावा देने के लिए ईपीसीएच के प्रयास का एक हिस्सा है।
पिछले साल अप्रैल से इस साल फरवरी के बीच भारत ने 28,000 करोड़ रुपये से अधिक का हस्तशिल्प निर्यात किया। इसने 2021-22 में इस श्रेणी में 33,253 करोड़ रुपये के सामान का निर्यात किया।
आयोजकों ने कहा कि इस साल ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, नॉर्वे, यूनान, इटली, स्वीडन और तुर्की समेत 110 से अधिक देशों के खरीदार मेले में हिस्सा लेंगे।
ईपीसीएच के डायरेक्टर जनरल राकेश कुमार ने मंगलवार को हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के मुताबिक यह मेला बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) हस्तशिल्प मेला है।
इस बीच, ईपीसीएच के अध्यक्ष राज कुमार मल्होत्रा ने कहा कि मेले में हाउसवेयर, फर्निशिंग, फर्नीचर, उपहार और सजावटी, उत्सव सजावट, लैंप और प्रकाश व्यवस्था से लेकर सामान प्रदर्शित किए जाएंगे।
उन्होंने मंगलवार को कहा, “हस्तशिल्प और उपहार उत्पादों की एक नई श्रृंखला के साथ, सामूहिक रूप से 55 वां आईएचजीएफ स्प्रिंग मेला एक ही मंच पर सोच-समझकर तैयार की गई अवधारणाओं और उत्पादों की पेशकश करता है।
GIPHY App Key not set. Please check settings